मध्य प्रदेश में फिलहाल 5 दिनों तक मौसम ऐसा ही बनी रहने वाला है। राजधानी भोपाल सहित इंदौर, उज्जैन में हल्की बौछारें पड़ सकती है। हालांकि भारी बारिश की संभावना से इनकार किया गया है। 14 अगस्त को बंगाल की खाड़ी में एक नया सिस्टम सक्रिय होगा। जिसके बाद मध्य प्रदेश के मौसम में महत्वपूर्ण बदलाव नजर आएंगे। मध्य प्रदेश में मानसून पर फिलहाल ब्रेक लगा हुआ है। 15 अगस्त के बाद मौसम बदलने की संभावना है। बता दे मध्य प्रदेश में मानसूनी बारिश से फसलों को खतरा हो सकता है। 14 अगस्त को बंगाल की खाड़ी में एक नया सिस्टम सक्रिय होगा। जिसके साथ थी प्रदेश में बारिश की गतिविधि में वृद्धि देखी जाएगी।
अगस्त के पहले सप्ताह में मध्यप्रदेश में कुछ हिस्से में अच्छी बारिश देखने को मिली थी। वही दूसरे सप्ताह के सूखे निकलने के साथ ही एक बार फिर से फसलों को नुकसान पहुंचने की संभावना बढ़ गई है। फिलहाल कोई मुख्य सिस्टम सक्रिय नहीं होने की वजह से प्रदेश में हल्की बूंदाबांदी ही देखने को मिल सकती है। तेज बारिश की संभावना से इनकार किया गया है।
मौसम विभाग के मुताबिक फिलहाल कहीं भी तेज बारिश का अनुमान नहीं है। प्रदेश में अभी नया सिस्टम सक्रिय नहीं है। इस कारण तेज बारिश नहीं हो रही है। हालांकि बूदाबादी होती रहेगी। सिस्टम सक्रिय होने के बाद प्रदेश में एक बार फिर से तेज बारिश की शुरुआत होगी। भोपाल में बुधवार को सुबह हल्की बूंदाबांदी रिकॉर्ड की गई है। वहीं अशोकनगर में भी बादल छाए हुए हैं। अन्य क्षेत्रों में भी बादलों का आवागमन जारी है।
मानसून में 5 जिलों में सबसे अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। जिनमें डिंडोरी के अलावा मंडला, सिवनी, नरसिंहपुर और जबलपुर शामिल है। ग्वालियर सतना अशोकनगर बड़वानी और खरगोन में बहुत कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। हल्की बूंदाबांदी रिकॉर्ड की जा सकती है। भोपाल में बादल छाए रहेंगे। इंदौर जबलपुर ग्वालियर समेत प्रदेश के कई हिस्से में ऐसा ही मौसम बना रहे।गा तेज बारिश की संभावना से इनकार किया गया है।